तेरा दिल उदास क्यों है
तेरी आँखों में प्यास क्यों है
जो छोड़ गया तुझे मजधार में
उससे मिलने की आस क्यों है
जो दे गया दर्द जिंदगी भर का
वही तेरे लिए ख़ास क्यों है |
हमने भी कभी प्यार किया था
थोडा नहीं बेशुमार किया था
दिल टूट कर रह गया जब उसने कहा
मैंने तो मजाक किया था
किस्मत पर एतबार किसको है
मिल जाये खुसी तो इनकार किसको है
कुछ मेरी मजबूरियां है मेरी जान
नहीं तो जुदाई से प्यार किसको है
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